गोदी मीडिया की नई चाल
गोदी मीडिया की एक जनता-विरोधी एंकर, जिसे ABP न्यूज़ ने 2 करोड़ रुपये के पैकेज पर रखा था, अब एक नए चैनल पर चली गई है। (चैनल का नाम मुझे अभी याद नहीं।) सुना है कि नए मालिक ने आते ही कह दिया था, "हमें चमचागिरी में पहले से स्थापित गोदी मीडिया का रिकॉर्ड तोड़ना है और TRP लानी है।"
1. गोदी मीडिया की हकीकत: एक और भोंपू
जब चमचागिरी में पहले से ही बड़े-बड़े शोरूम खुले हैं, तो एक नए ठेले को कौन नोटिस करेगा? लोग बड़े चैनलों से ऊबकर टीवी देखना ही छोड़ चुके हैं। ऐसे में यह नया भोंपू कौन सुनेगा? नतीजा—चैनल घाटे में जा रहा है। अब चैनल के अंदर कानाफूसी हो रही है कि इस एंकर को 2 करोड़ रुपये देने से क्या फायदा?
2. TRP की भूख: विवादित ट्वीट और जनता का गुस्सा
अब अपनी TRP बढ़ाने के लिए इस "बिकी रूह" एंकर ने जनता-विरोधी रुख और सरकार की चमचागिरी की डोज बढ़ा दी है। यह विवादित ट्वीट कर रही है, जिनके समर्थन में सिर्फ 1-2% ट्वीट आते हैं, जबकि 98% ट्वीट जनता की ओर से इसके खिलाफ होते हैं, जो इसका बाजा बजाते हैं।
3. हमारी गलती: अटेंशन देकर ऑक्सीजन देना
यहीं हमसे गलती हो जाती है। इनके और इन जैसे गोदी मीडिया के ट्वीट पर विरोध जताकर हम इन्हें वही ऑक्सीजन दे देते हैं, जिसकी इन्हें चाहत होती है। अनजाने में ही हम इनकी रीच बढ़ा देते हैं। हम सोचते हैं कि इनके वीडियो शेयर करके हम इनकी निंदा कर रहे हैं, लेकिन होता उल्टा है। जो लोग इन्हें भूल चुके थे, वे फिर से इनके सामने आ जाते हैं, और इनकी रिकॉल वैल्यू बढ़ जाती है।
4. समाधान: एक महीने का संयम
तो करना क्या है? सिर्फ एक महीने अपने आप पर नियंत्रण रखें। ऐसे गोदी मीडिया एंकरों पर कोई प्रतिक्रिया न दें। ये लोग हमें उकसाकर रिएक्शन लेने के लिए ही ऐसे ट्वीट करते हैं। रिएक्शन देकर हम इनका काम आसान कर देते हैं।
अगर एक महीने तक हम रिएक्शन नहीं देंगे, तो ये अटेंशन न मिलने पर एकांत में तड़प जाएँगे। इनकी वैल्यू खत्म हो जाएगी, ब्रांडिंग का भट्टा बैठ जाएगा। उस एक महीने में आप अपने माध्यमों से सिर्फ जनता की आवाज़, उसके मुद्दे, और इंडिया की बातें करें।
5. प्रयोग और रणनीति: गोदी मीडिया को ब्लॉक करें
सिर्फ एक महीने ऐसा करके देखें। अगर परिणाम अच्छा मिला, तो अगले महीने इसे दोहराएँ। अटेंशन इन अटेंशन सीकर्स की ऑक्सीजन है—इनकी ऑक्सीजन बंद कर दीजिए।
एक महीने के लिए अमित मालवीय, अंजना कश्यप, रुबिका, चेतन सिन्हा, सुधीर चौधरी जैसे लोगों को ब्लॉक कर दें, या उनकी पोस्ट पर रिएक्शन ही न दें।
यह काम हिम्मत और धैर्य का है, लेकिन देशहित और जनहित में हमें यह करना ही होगा।
निष्कर्ष: एकजुट होकर बदलाव लाएँ
इस संदेश को सभी इंडिया प्रेमी दोस्तों तक पहुँचाएँ।
जय इंडिया, जय भारत, जय हिंद।