टूटे/फर्जी वादों की फेहरिस्त
मोदी के बोले गए झूठ अगर कुछ भूल गया हूँ, तो कृपया कमेंट में जोड़ देना। यहाँ उन 50 बिंदुओं की सूची है जो वादे, दावे, या बयान के रूप में सामने आए, लेकिन सवालों के घेरे में हैं:
- आर्थिक वादे और काला धन
- अच्छे दिन आएँगे।
- सबके खाते में 15-15 लाख आएँगे।
- सारे काले धन वालों की लिस्ट मेरे पास है।
- पेट्रोल-डीजल के भाव 30-35 रुपये/लीटर कर दूँगा।
- मेरी सरकार आने के बाद इंकम टैक्स नहीं देना होगा।
- सारे काले धन वालों को जेल जाना होगा।
- नोटबंदी से भ्रष्टाचार कम होगा।
- नोटबंदी से आतंकवाद की कमर टूटेगी।
- नोटबंदी के 100 दिन बाद अगर सपनों का भारत न मिले, तो जूते से मारना।
- खुदरा महंगाई आधी हो जाएगी।
- हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार दूँगा।
- पाँच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाऊँगा।
- अमेरिकी डॉलर पर रुपया भारी होगा।
- अमेरिका के लोग भारतीय वीजा की लाइन में खड़े होंगे।
- चीनी उत्पादों पर प्रतिबंध होगा, जबकि भारतीय क्रिकेट टीम की प्रायोजक चीनी मोबाइल कंपनी है।
- सरकार में आने से पहले आधार और FDI का विरोध किया, फिर 100% लागू करवाया।
- सामाजिक और पर्यावरणीय वादे
- हवाई चप्पल वाला हवाई यात्रा कर सकेगा।
- गंगा साफ होगी।
- स्मार्ट सिटी बनेंगी।
- गाँव गोद लिए जाएँगे, उनका विकास होगा।
- उज्ज्वला योजना से हर घर में गैस सिलेंडर होगा, किसी को लकड़ी नहीं जलानी पड़ेगी।
- काशी को क्योटो बनाऊँगा।
- भारत विश्वगुरु होगा।
- वातावरण की नमी से ऑक्सीजन और पानी अलग कर लो।
- 21 दिनों में कोरोना खत्म हो जाएगा।
- व्यक्तिगत दावे और कहानियाँ
- मैंने भीख माँगकर खाया।
- मैंने वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेची।
- मेरी कोई पढ़ाई नहीं की।
- मैंने एंटायर पोलिटिकल साइंस में डिग्री की।
- मेरी माँ दूसरों के घर में बर्तन साफ करती थी।
- 1985 के दशक में मेरे पास डिजिटल कैमरा था।
- इसी दशक में मैंने आडवाणी को ई-मेल किया था।
- मैंने बचपन में मगरमच्छ पकड़ा था।
- मैंने पहाड़ों पर तपस्या की है।
- मैंने बांग्लादेश की आजादी के लिए आंदोलन किया।
- नेहरू जी के कारण मैं विकास नहीं कर पाया हूँ।
- मैं कुँवारा हूँ।
- दिन में 18-18 घंटे काम करता हूँ।
- राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति
- बादलों की आड़ से हवाई जहाज निकालकर रडार से बचने वाली बात।
- गलवान घाटी में न कोई घुसा है, न घुस आया है।
- एक के बदले दस सिर लाऊँगा।
- पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने की बात, फिर प्रोटोकॉल तोड़कर बिना बुलाए बिरयानी खाने क्यों गए।
- ये देश नहीं बिकने दूँगा।
- नीतिगत और सामाजिक मुद्दे
- नाली की गैस से चाय बनाने वाली बात।
- नए किसान कानून से किसानों का भला होगा।
- सबका साथ, सबका विकास—जो सिर्फ दो लोगों तक रह गया।
- मोदी की सरकार में लोकपाल आएगा।
- गांधी को मानने का झूठ, जबकि गोडसे-सावरकर को भी पूजता है।
- धर्मनिरपेक्ष होने का नाटक।
आपकी राय मायने रखती है
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मूल आलेख - Raghvendra Singh Yadav
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