परिचय: नेहरू के खिलाफ अश्लीलता को रोकने की जरूरत
आज पंडित जवाहरलाल नेहरू की बात होगी—पूरी तन्मयता और निष्ठा के साथ। यह करना अब जरूरी हो गया है, क्योंकि उनके संदर्भ में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अश्लीलता और दुष्प्रचार को रोकना बेहद आवश्यक है। नेहरू जी के योगदान को नजरअंदाज कर, कुछ लोग उनकी छवि को धूमिल करने में लगे हैं। यह लेख उनके उस विशाल व्यक्तित्व और कार्यों को सामने लाता है, जो भारत के हर नागरिक को गर्व करने योग्य हैं।
नेहरू की छवि: खानदानी रईस, फिर भी देशभक्त
पंडित जवाहरलाल नेहरू, मोतीलाल नेहरू के पुत्र—उनकी छवि हर भारतीय के मन में बसी है, भले ही उन्होंने उन्हें देखा न हो। मस्त कुर्ता-पायजामा, सिर पर खादी की टोपी, और कुर्ते में लगा एक गुलाब का फूल—यह चारित्रिकता उन्हें एक खानदानी रईस का किरदार देती थी। लेकिन कुछ सड़कछाप व्हाट्सऐप विश्वविद्यालय के "विद्वान" इस छवि का मजाक बनाकर गलत तरीके से प्रचार करते हैं।
हाँ, नेहरू जी खानदानी रईस थे, और इसमें कोई संकोच नहीं है। उनके पिता श्री मोतीलाल नेहरू अपने समय के धन्ना सेठों में गिने जाते थे। वे एक विख्यात अधिवक्ता थे। लेकिन क्या रईस होना कोई अपराध है? अरे, उन तमाम अनपढ़ों की हिम्मत नहीं कि वे नेहरू जी के सच से सामना कर सकें। अगर वे ऐसा कर लें, तो अपनी अंधभक्ति को भूलकर अपने विचार बदल देंगे।
एक भारत, अखंड भारत: नेहरू की संगठन शक्ति
सोशल मीडिया पर नेहरू जी को दुष्प्रचारित करने वाले बुद्धि के निरक्षरों को क्या यह नहीं पता कि नेहरू जी ने 565 रियासतों को एक-एक कर संगठित कर हमारे प्यारे अखंड भारत का निर्माण किया? उनकी हिम्मत है यह कुबूल करने की कि नेहरू जी ने गोआ—हाँ, वही गोआ जहाँ हर बैचलर युवा पीढ़ी छुट्टियां मनाने का सपना देखती है—को पुर्तगालियों के चंगुल से आजाद करवाया?
आधुनिक भारत की नींव: नेहरू के संस्थान और परियोजनाएँ
ये अनपढ़ क्या जानेंगे सौंदर्यीकरण से विभूषित नेहरू जी की बसाई चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी को? यह सोच भी नहीं सकते कि कैसे नेहरू जी ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) की स्थापना की, जहाँ से परमाणु और चंद्रयान जैसे परीक्षण संपन्न हुए।
नेहरू जी ने आईआईटी, आईआईएम, पीजीआई जैसे विख्यात शैक्षणिक केंद्रों की स्थापना की। यह बात जानना ही उनके लिए बेकार है, क्योंकि उनकी सोच वहाँ तक पहुँच ही नहीं सकती। अगर पहुँचती, तो वे पढ़े-लिखे कहलाते, गँवार अंधभक्त नहीं।
राष्ट्रवाद का असली गौरव: नेहरू का योगदान
वे अंधभक्त, जो झूठे राष्ट्रवाद का अट्टहास करते हैं, क्या वे जानते हैं कि उस राष्ट्र के लिए असली गौरव नेहरू जी ने 'हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड' की स्थापना करके दिया? यहाँ भारतीय वायुसेना के लिए सम्पूर्ण विश्व से लोहा लेने की मारक क्षमता वाले लड़ाकू विमान तैयार होते हैं।
इनके भगवान कहे जाने वाले मोदी जी की बनाई स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भी नेहरू जी द्वारा निर्मित सरदार सरोवर बांध पर बनी है, जिसका ये पूरे विश्व में डंका बजा रहे हैं। हल्की सी छींक आने पर जानलेवा बीमारी का डर सताने लगता है, और बेहतर इलाज की उम्मीद में एम्स में भर्ती होने वाले तुम्हारे पालनहार भी उसी नेहरू जी के बनाए एम्स में इलाज करवाते हैं।
कश्मीर से रेल तक: नेहरू की दूरदर्शिता
कश्मीर, जो तुम्हारे चुनावी मुद्दे का हमेशा उत्सर्जक रहता है, इस बात को पचा लो कि वहाँ पर्यटन का विकास भी नेहरू जी ने करवाया। जिसे एक-एक कर तुम्हारे मसीहा उद्योगपतियों के हाथों में बेचते जा रहे हो, उस विश्व की तीसरी सबसे बड़ी रेल लाइन को भारत में नेहरू जी ने ही बिछवाया था।
सरकारी उपक्रम: नेहरू की आर्थिक नींव
हेल, भेल, सेल, ओएनजीसी, एनएमडीसी, एनबीसीसी, नालको, बीएसएनएल जैसे तमाम सरकारी उपक्रम—जिनमें तुम जैसे कितनों के परिजन नौकरी भी करते होंगे—उन्हें नेहरू जी ने ही सरकारी करवाया था। इन्हें मिनी रत्न कंपनी का दर्जा दिलवाया था। अगर थोड़ी भी शर्म बची हो, तो माफी मांग लेना उनकी तस्वीर देखकर।
भाखड़ा नंगल बांध: एक वृहद योगदान
भाखड़ा नंगल बांध—जाकर देखकर आना कितना वृहद है। यह भी पता कर लेना कि इसका लाभ कितने क्षेत्रों तक पहुँचता है। फिर जाकर कोई गंदगी फैलाना नेहरू जी के बारे में।
निष्कर्ष: दुष्प्रचार के खिलाफ सच्चाई की जीत
पर तुम्हें तो नेहरू जी की बहन-भांजियों की तस्वीरों के साथ गलत तथ्य प्रसारित कर सोशल मीडिया पर गंदगी फैलानी है। अरे, बुद्धि के दिव्यांगों, तुम्हें और आता ही क्या है? नेहरू जी के योगदान को नजरअंदाज कर, उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिशें कभी कामयाब नहीं होंगी। भारत का हर नागरिक उनके कार्यों से प्रेरणा लेता रहेगा।
हर्षितेश्वर मणि तिवारी - रिबॉर्न
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