फर्जी सर्वे और प्रोपेगंडा
आपने गोदी मीडिया के उन सर्वे को देखा होगा, जिन्हें वे "मूड ऑफ द नेशन" कहकर साल में कई बार चलाते हैं। इनमें नरेंद्र मोदी को 60% से 70% तक की रेटिंग देकर अन्य नेताओं से ऊपर बताया जाता है। एक सर्वे में तो इन्होंने अपनी ही बनाई किसी संस्था के जरिए मोदी को विश्व का सबसे लोकप्रिय नेता घोषित कर दिया।
1. गोदी मीडिया के सर्वे: पारदर्शिता का अभाव
इन सर्वे की खास बात यह है कि इनका डेटा कभी सार्वजनिक नहीं किया जाता। ये सिर्फ स्वयं के बनाए फर्जी परिणाम दिखाकर जनता को भ्रमित करते हैं। अधिकतर सर्वे में ये अपनी सैंपल साइज तक नहीं बताते, और अगर बताते भी हैं, तो वह पूरे देश के लिए कुछ हजार लोगों की होती है।
इनका असली निशाना वे लोग होते हैं, जो राजनीतिक रूप से तटस्थ हैं। गोदी मीडिया उन्हें अपनी पसंद की पार्टी की ओर खींचना चाहता है। साथ ही, यह झूठा प्रोपेगंडा फैलाया जाता है कि मोदी सबसे लोकप्रिय हैं, ताकि जो लोग उनके प्रशासन से नाराज हैं, वे विपक्ष की ओर न जाएँ।
2. सुदर्शन न्यूज़ का पोल: जनता की असली राय
लेकिन उसी गोदी मीडिया के चैनल सुदर्शन न्यूज़ ने ट्विटर पर सार्वजनिक रूप से सात दिनों तक एक पोल चलाया। सवाल था: "2024 के लिए आपकी पसंद का प्रधानमंत्री कौन है?"
इस पोल में 2,15,549 लोगों ने वोट किया। परिणाम चौंकाने वाला था:
- 52% लोगों ने राहुल गांधी को वोट दिया।
- 45% लोगों ने नरेंद्र मोदी को वोट दिया।
यह ध्यान देने योग्य है कि ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर मोदी का IT सेल कितना सक्रिय है। इसके बावजूद, इस सार्वजनिक सर्वे में जनता ने राहुल गांधी को बहुमत दिया।
3. सुदर्शन न्यूज़ की चुप्पी: हकीकत से मुँह मोड़ना
हमने सोचा कि सुदर्शन न्यूज़ का मालिक और एडिटर सुरेश चव्हाणके इस पोल पर अपने चैनल पर कार्यक्रम चलाएगा, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। यह दर्शाता है कि गोदी मीडिया उन सर्वे को जगह नहीं देता, जिसमें मोदी हार रहे हों।
4. देश का बदलता मूड: जनता की नाराजगी
यह पोल एक संकेत है कि देश का मूड बदल रहा है। जनता मोदी के झूठ और नौटंकी से तंग आ चुकी है। यह आगामी चुनावों में जनता के रुझान को समझने का एक महत्वपूर्ण संकेत है।
निष्कर्ष: जनता को सच्चाई से अवगत कराएँ
गोदी मीडिया ऐसे सर्वे को कभी नहीं दिखाएगा। इसलिए हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम इस सच्चाई को आगे बढ़ाएँ और जन-जन तक पहुँचाएँ।
Author - Sandeep Gupta